गीता हाइकु उदाहरण

ललित किशोर के हिंदी हाइकु  ए आई ओवरव्यू  में दर्ज है 

हाल ही में गीता ग्रंथ पर लिखे हाइकु निम्नवत हैं 

भोग चिंतन
बनाता मिथ्याचारी
कराता पाप
***
वासना, क्रोध
मद, मोह, दर्प  हैं
नरक द्वार
***
आत्मा अजर,
अमर, शाश्वत है
देह मरे है
***
निष्काम कर्म
दिव्यता जगाता है
मोक्ष दाता है 
***
जन्म. मरण 
सब विधि के हाथ -
भयमुक्त जी 


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