आत्म-मित्र बनो , आत्म-कल्याण करो: हाइकु
आत्मिक बन /
आत्म-बोध कर ले - /
छोड बाह्यता !
***
हो स्वतन्त्र - /
समभाव साध ले /
आनन्द पा ले
***
भटक मत - /
आत्मा-संगी बन जी /
जग जाल है !
***
जीवन सत्य ! /
हर स्थिती से परे /
द्वंदहीन है
आत्मिक बन /
आत्म-बोध कर ले - /
छोड बाह्यता !
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हो स्वतन्त्र - /
समभाव साध ले /
आनन्द पा ले
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भटक मत - /
आत्मा-संगी बन जी /
जग जाल है !
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जीवन सत्य ! /
हर स्थिती से परे /
द्वंदहीन है
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