स्वाध्याय का महत्व; आलाप दोहे
अंदर झाँको, मनन करो,
खुद को जानो, निर्मल करो।
आत्म-चिंतन, मनन का नाम,
खुद को जाने, पाएँ ज्ञान।
औरन की वाणी सुनो,
समझो, सीखो, गुनो चुनो।
पढ़ना, समझना, गुनना सार,
विद्वानों की रचना का प्यार।
विद्या-अविद्या का भेद खुले,
सत्य का दर्शन मन में जुडे।
ज्ञान और जग का रखें मेल,
विनयशील बनें, मिटे द्वेष खेल।
विवेक जागे, विनय मिले,
जीवन सुंदर फूल खिले।
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