आत्मा: षट-शब्द / वाक्यांश सूक्ष्म-कविताएं
आत्मा: षट-शब्द / वाक्यांश सूक्ष्म-कविताएं:
आत्मा – /
शाश्वत-है, सनातन-है /
विद्यमान-है, हर-क्षण-में, हर-कण-में l
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आत्मा –/
अनादि-है, अकाल-है,/
स्वयंभू-है, अकाट्य-है, अवध्य-है l
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आत्मा – /
निराकार-है, निर्विकार-है, /
परमविद्या-है, परमसत्य-है परमानन्द-हैl
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आत्मा – /
अव्यक्त-है, अचिन्त्य-है /
मन-का, चित्त-का निरोध-करें l
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आत्मा –/
अजर-है, अमर-है /
मन-के निरोध-काल-में होती-है-महसूस l
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आत्मा-ही /
स्वधर्म-है, एकमात्र-धर्म-है, /
आत्मज्ञान-ही परमगति-है, मुक्ति-द्वार-है l
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आत्म-दर्शन-हेतु, /
मनोविकार-हटाएं, विषय-कामनाओं-से- मुक्त-हो-जाएं /
आत्मा-होती-है-प्रगट-उस-मन-में, जो-शुद्ध-है, जो-दिव्य-है l
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