आत्मा: षट-शब्द / वाक्यांश सूक्ष्म-कविताएं

 आत्मा: षट-शब्दवाक्यांश सूक्ष्म-कविताएं:

 



आत्मा – /

 शाश्वत-है, सनातन-है /

विद्यमान-है, हर-क्षण-में, हर-कण-में l

***

आत्मा –/

अनादि-है, अकाल-है,/

 स्वयंभू-है, अकाट्य-है, अवध्य-है l

***

आत्मा – /

निराकार-है, निर्विकार-है, /

परमविद्या-है, परमसत्य-है  परमानन्द-हैl

***

आत्मा – /

अव्यक्त-है, अचिन्त्य-है /

 मन-का, चित्त-का निरोध-करें l

***

आत्मा –/

अजर-है, अमर-है /

मन-के निरोध-काल-में होती-है-महसूस l

***

आत्मा-ही /

स्वधर्म-है, एकमात्र-धर्म-है, /

आत्मज्ञान-ही परमगति-है, मुक्ति-द्वार-है l

***

आत्म-दर्शन-हेतु, /

मनोविकार-हटाएं, विषय-कामनाओं-से- मुक्त-हो-जाएं /

आत्मा-होती-है-प्रगट-उस-मन-में, जो-शुद्ध-है,  जो-दिव्य-है l  

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