जापान की भाषीय कला 'पिनोय हाइकू' की आध्यात्मिक प्रतिभा विकास में उपयुक्तता ; Relevance of Japanese Pinoy Haiku Micro-Poetry to Enhance Spiritual Intelligence
जापान की भाषीय कला 'पिनोय हाइकू' की आध्यात्मिक प्रतिभा विकास में उपयुक्तता
पिनोय हाइकू - जापान की भाषीय कला - सूक्ष्म कविताओं के लिये उपयुक्त लगती है कियों कि इस में 10 शब्द होते हैं और हरेक लाइन क्रमशः एक नये शब्द से आगे अग्रसर होती है.l
ऐसी कविताओं में आध्यात्मिक शब्दावली में आसानी से लिख जा सकता है और भारतीय शास्त्रीय राग पद्धति में गाया जा सकत है जिस में एकाएक बदलाव के साथ प्रस्तुत किया जा सकता हैं l
कविता उदाहरण
अजर
अजर अमर
अजर अमर अजन्मी
अजर अमर अजन्मी-है अन्तरात्मा
***
आत्मा
आकारहीन आत्मा
आकारहीन आकांक्षाहीन आत्मा
आकारहीन आकांक्षाहीन आत्मा आलोकित-करो
***
इहलोक
इह्लौकिक इच्छाएं
इह्लौकिक इच्छाएं ईमान-गिरायें
इह्लौकिक इच्छाएं ईमान-गिरायें आत्मघात-करें
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